
हाथरसः उत्तर प्रदेश के हाथरस में महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए एंटी रोमियो दस्ते फिर से सक्रिय हो गए हैं। इसके लिए 50 से ज्यादा कर्मियों वाली करीब एक दर्जन टीमें बनाई गई हैं। अधिकारकियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश सरकार ने “मिशन शक्ति” अभियान शुरू किया है जिसके तहत यह कदम उठाया गया है।
प्रदेश सरकार को हाथरस में 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी मौत के मामले में काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। हाथरस के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत जयसवाल ने रविवार को कहा कि जिले में महिला थाना समेत, 11 थाने हैं। 11 एंटी रोमियो दस्ते हैं जिनमें हरेक में पांच पुलिस कर्मी शामिल हैं। एक टीम में तीन महिला और दो पुरुष कर्मी हैं। ये दस्ते महिलाओं और लड़कियों को परेशान करने वाले बदमाशों पर नजर रखेंगी।”
जिला पुलिस प्रमुख ने रविवार को दस्तों के सभी सदस्यों के साथ बैठक की और महिलाओं तथा लड़कियों के खिलाफ अपराध को रोकने की जरूरत पर जोर दिया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि ये दस्ते बाजार, स्कूलों एवं कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों के आसपास, बस स्टैंड तथा पार्क आदि में गश्त करेंगे और महिलाओं एवं लड़कियों का उत्पीड़न रोकेंगे।
क्या है योगी सरकार का ‘शक्ति मिशन’

मिशन शक्ति के तहत प्रदेश भर में शोहदों व मनचलों को चिह्नित कर उनकी धरपकड़ की जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ के मुताबिक इसके साथ ही सभ्य समाज के दुश्मनों की तस्वीर चौराहों पर लगेगी। शक्ति मिशन अभियान तीन चरण में 180 दिनों तक चलेगा। जिसमें प्रदेश के 24 विभागों का सहयोग लिया जाएगा। इसके साथ ही इस अभियान से अंतरराष्ट्रीय व स्थानीय सामाजिक संगठन अभियान से जुड़ेंगे। यूपी सीएम ने इस मिशन की घोषणा शनिवार को बलरामपुर में की। देवीपाटन मंदिर में मत्था टेकने के बाद बलरामपुर में रिजर्व पुलिस लाइन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति का आगाज किया।
वहीं पुलिस ने अपने एक वज्र वाहन को मिशन शक्ति जागरूक रथ के रूप में तैयार किया है। जो पूरे जिले के अलग-अलग गांव और शहरों में जाकर लोगों को महिलाओं के साथ हो रहे अपराध के बारे में जागरूक करेगा और कई और कार्यक्रम भी महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस दौरान आयोजित किए जाएंगे।