
आंध्रप्रदेश के विशाखपट्टन में एक फैक्ट्री से जहरीली गैस लीकेज होने से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई लोग बीमार हैं। गुरुवार सुबह हुई इस घटना के बाद से शहर में तनाव का माहौल है। शहर के डीजीपी दामोदर गौतम सवांग के मुताबिक गैस को बेअसर कर दिया गया है। वहीं 800 लोगों को अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है जबकि कईयों को छुट्टी दे दी गई है। स्थानीय प्रशासन और नेवी ने फैक्ट्री के पास के गांवों को खाली करा लिया है।
गैस लीक होने के बाद 3 किलोमीटर के एरिया को तुरंत खाली कराया गया। इस दौरान कई लोग सड़कों पर बेसुध अवस्था में मिले। तो कईयों के शरीर पर चकत्ते पड़ने से लेकर आंखों में जलन की शिकायत महसूस हुई।
क्या कहते हैं इस गैस को?
बता दें लीक हुई गैस को स्टीरीन कहते हैं जिसका दूसरा नाम एथनीलबेन्जीन भी है। यह एक सिन्थेटिक केमिकल है जो रंगहीन लिक्विड के रूप में दिखाई देती है। इस गैस का इस्तेमाल मुख्यतौर पर प्लास्टिक बनाने में किया जाता है।
गैस के संपर्क में आए व्यक्ति की 10 मिनट में हो सकती है मौत
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस गैस की चपेट में आने वाले इंसान के सेंट्रल नर्वस पर काफी बुरा असर पड़ता है। सुनने की क्षमता के खोने से लेकर दिमागी संतुलन जाने के खतरे रहते हैं। इस गैस की एक और खास बात है कि बाहर के वातावरण में आने के बाद ऑक्सीजन में आसानी से मिक्स हो जाता है। लिहाज हवा में कार्बन मोनो ऑक्साइट की मात्रा बढ़ने लगती है और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। और फेफड़ों को बुरी तरह प्रभावित कर देता है। यह गैस इतनी खतरनाक है कि इसके संपर्क में आए व्यक्ति की मौत 10 मिनट के भीतर ही हो जाता है।