
न्यूयॉर्कः अमेरिका में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप से संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच, 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीके (vaccine for children) अगले महीने के अंत तक उपलब्ध हो सकते हैं। मीडिया की एक खबर में यह जानकारी सामने आई है।
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ समाचार-पत्र में प्रकाशित एक खबर में दो स्वास्थ्य विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया कि पांच साल से 11 साल के बच्चों के लिए कोविड टीके अक्टूबर के अंत तक उपलब्ध हो सकते हैं। यह कम उम्र के बच्चों के परिजन के लिए राहत की बात होगी क्योंकि अभी तक टीके केवल 12 साल और उससे ऊपर के बच्चों के लिए ही उपलब्ध थे।
खबर में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के पूर्व आयुक्त एवं फाइजर बोर्ड के सदस्य डॉ स्कॉट गोटलिब के हवाले से कहा गया कि कम उम्र के बच्चों के लिए टीकों की मंजूरी मिलने के लिए क्लिनिकल आंकड़ों का सावधानीपूर्वक एवं त्वरित समीक्षा की आवश्यकता होगी।
गोटलिब ने सीबीएस के कार्यक्रम ‘फेस द नेशन’ में कहा कि “सबसे बेहतर स्थिति में”, फाइजर के टीके कम उम्र के बच्चों के लिए 31 अक्टूबर तक तैयार हो जाएंगे। गोटलिब ने कहा, “फाइजर ने जिस तरह के आंकड़े एकत्र किए हैं, उनपर मुझे भरोसा है।”
टेक्सास चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल में अंतरिम बाल रोग प्रमुख डॉ जेम्स वर्सालोविक ने कहा कि वह कम उम्र के बच्चों के लिए टीकों की स्वीकृति अक्टूबर तक मिलने की संभावना को लेकर गोटलिब से सहमत हैं। खबर में उनके हवाले से कहा गया, “इन परीक्षणों को आगे ले जाने के लिए हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।”
अत्यधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की बढ़ती दर को देखते हुए वर्सालोविक ने कहा कि वह और उनके साथी रिकॉर्ड संख्या में बच्चों में संक्रमण देख रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम अब भी बुरी स्थिति में हैं” और संभवत: ‘‘एक और चरम” देख सकते हैं।
टीके को लेकर क्या कहते हैं अध्ययनः
जर्नल ऑफ़ फ़ैमिली मेडिसिन एंड फ़ैमिली हेल्थकेयर में प्रकाशित निष्कर्ष, और नई दिल्ली स्थित वर्धमान महावीर कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग द्वारा किए गए एक हालिया सर्वेक्षण के आधार पर, पता चलता है कि 70.44 प्रतिशत उत्तरदाता अपना टीकाकरण प्राप्त करने के इच्छुक थे। वायरस के खिलाफ, उनमें से 29.55% ने अनिच्छा दिखाई।
इस बीच, 72.58% स्वास्थ्य कर्मियों, जो अध्ययन के लिए सर्वेक्षण किए गए 467 उत्तरदाताओं में से थे, ने कहा कि वे अपने बच्चों को टीका लगवाएंगे, जबकि 27.41% ने नकारात्मक प्रतिक्रिया दी।