
चंदौली के रहने वाले जलकल विभाग कर्मी के 18 वर्षीय बेटे ने इंटर की परीक्षा में एक विषय में कम नंबर आने पर फांसी लगाकर जान दे दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को घोषित हुए सीबीएसई बोर्ड के इंटर के परिणाम में एक विषय मे कम नम्बर आने से युवक दिमागी रूप से काफी परेशना चल रहा था। उसके इस कदम से परिजनों में मातम छा गया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह दिमागी तौर पर कुछ परेशान था। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
मूलतः चंदौली के रहने वाले जलकल विभाग कर्मी श्याम सुंदर यादव प्रयागराज स्थित नैनी में जोनल कार्यालय में कर संग्रह अधिकारी के पद कार्यरत हैं। उनके पांच बच्चे हैं जिनमें उनके 18 साल का बेटा इंटर की परीक्षा दिया था। उनकी पत्नी व दो बेटे गांव में रहते हैं। दो बेटियां व चौथे नंबर का बेटा नितिन सिंह यादव (18) साथ में रहता था। श्याम सुंदर अपने तीनों बच्चों के साथ नैनी के लेबर कालोनी में रहते हैं। सोमवार को जारी परिणाम से नितिन खुश नहीं था जिसने मंगलवार रात घर में लोहे की पाइप में फंदा लगाकर झूल गया। लोगों ने देखा तो उसे उतारकर तत्काल अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
महर्षि इण्टर कालेज नैनी में पढ़ता था नितिन
जानकारी के मुताबिक नितिन नैनी के महर्षि विद्या मंदिर इंटर कालेज दूरवाणी नगर, एडीए कालोनी, में इंटर का छात्र था। मंगलवार की रात उसने खुदकुशी कर ली। नितिन घर के कमरे में लगी लोहे के एंगल में रस्सी के फंदे से फांसी पर झूल गया। नितिन को सबसे पहले उसकी बहनों ने देखा तो वो चीख पड़ीं। आनन-फानन में नितिन को रस्सी से उतार आसपास के लोग अस्पताल ले कर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।