
पबजी (PUBG)। एक ऐसा गेम जिसने युवाओं और बच्चों को एक ही झटके में अपना बना लेता था। एक बार मोबाइल पर इस गेम को प्ले करने के बाद इसके प्लेयर्स बार बार इसे खेलते थे। लेकिन अब भारत में इस गेम को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसकी मांग तो लोग पहले से ही कर रहे थे क्योंकि इसका प्रभाव ना सिर्फ बच्चों के दिलो दिमाग पर पड़ता था बल्कि पढ़ाई लिखाई में भी खासा असर डालता था। लेकिन बात इतनी ही तक नहीं थी इस गेम ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया। इसके गेम को खेलने से मना करने पर कई बच्चों ने अपने ही मात-पिता को मौत के घाट उतार दिया तो किसी ने खुद को ही समाप्त कर लिया। आज में इसी की पड़ताल करेंगे कि कितना खूनी गेम था पबजी।
पबजी का मालिका कौनः Who is PUBG owner? – गौरतलब है कि पबजी एक साउथ कोरिया की कंपनी PUBG Corporation, KRAFTON के तहत विकसित किया गया है। जिसका पूरा नाम है- Player Unknown’s Battlegrounds (PUBG)। इसको डिजाइन Brendan Greene नाम के शख्स ने किया है। लेकिन पबजी लाइट और पबजी चीनी कंपनी टेंसेंट ने तैयार किया। बता दें PUBG खेलने वालों में हर 4 में से एक भारतीय है। यानी दुनिया में पबजी खेलने वालों में से 24% भारतीय हैं। साल 2008 में इसे स्मार्टफोन में लॉन्च किया गया था।
पबजी ही ज्यादा क्यों खेलते हैं लोग?
साइकोलॉजिस्ट के मुताबिक, पबजी जैसे गेम्स को लोग इसलिए ज्यादा खेलते हैं, ताकि वो खुद को दूसरों से बेहतर दिखा सकें। एक खबर पर नजर डालते हैं। पिछले साल जनवरी में जम्मू-कश्मीर में एक फिटनेस ट्रेनर को पबजी की वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। क्योंकि वो लगातार 10 दिन से पबजी खेल रहा था, जिस वजह से उसके दिमाग पर इस गेम का असर इस कदर हावी हो गया कि वो अपना मानिसक संतुलन खो बैठा। उस समय डॉक्टरों ने बताया था कि उसका दिमाग ठीक तरह से काम नहीं कर रहा था और वो खुद को भी नुकसान पहुंचा रहा था।
इस जापानी फिल्म से प्रेरित है पबजी गेम-
पबजी का आइडिया एक जापानी फिल्म से लिया गया है जो साल 2000 में आई थी। फिल्म थी- ‘बैटल रॉयल’। इस फिल्म में सरकार 100 स्टूडेंट्स को जबरन मौत से लड़ने भेज देती है। इसी फिल्म से प्रभावित होकर ये गेम बनाया गया है। इस गेम को एक साथ 100 लोग भी खेल सकते हैं और एक-दूसरे को तब तक मारते रहते हैं, जब तक कि उनमें से सिर्फ एक न बचा रह जाए।
चीन ने बनाया था मोबाइल वर्जन- इस गेम को दक्षिण कोरियाई कंपनी ब्लूहोल ने बनाया था। लेकिन, ब्लूहोल ने इसका सिर्फ डेस्कटॉप और कंसोल वर्जन ही बनाया था। मार्च 2018 में चीनी कंपनी टेंसेंट ने इसका मोबाइल वर्जन भी उतार दिया।
इतने लोग कर चुके हैं डाउनलोड: पबजी दुनिया में सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाले गेम्स की लिस्ट में टॉप-5 में है। सेंसर टॉवर की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में पजबी को 73 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है। इसमें से 17.5 करोड़ बार यानी 24% बार भारतीयों ने डाउनलोड किया है। इस हिसाब से पबजी खेलने वालों में हर 4 में से 1 भारतीय है।
पबजी बैन पर छात्र ने लगाई फांसीः पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में पब्जी (PubG) गेम बैन होने के बाद उसे नहीं खेल पाने से हताश एक 21 साल के छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। छात्र का नाम प्रीतम हलदार था और वो आईटीआई का छात्र था। मामला नादिया जिले के चकदहा पुलिस थाने का है, जहां पूर्बा लालपुर में शुक्रवार को छात्र ने फांसी लगा ली।
पबजी ना खेलने देनें पर- किसी ने पिता का सिर काटा तो किसी ने पी ली एसिड
साल 2019 के सितंबर में एक पिता ने अपने 21 साल के बेटे को पबजी खेलने से मना किया तो उसने पिता को ही मार डाला। ये घटना कर्नाटक की है। बेटे ने पहले पिता का पैर काटा फिर सिर धड़ से अलग कर दिया।
2019 में ही महाराष्ट्र में बड़े भाई ने पबजी खेलने से मना किया तो छोटे भाई ने कैंची से बड़े भाई पर हमाल कर दिया जिसमें उसकी मौत हो गई।
साल 2020 में यूपी में एक 17 साल के लड़के ने सुसाइड कर लिया क्योंकि मां ने पबजी खेलने के लिए इंटरनेट रिचार्ज नहीं करवाया।
2019 में ही 25 साल का एक युवक पबजी खेलने में इतना मशगूल था कि एसिड का पानी समझकर पी गया। लेकिन किसी तरह उसकी जान बच गई।
दिल्ली में ही साल 2018 में पबजी खेलने से मना करने पर 19 साल के छात्र ने माता-पिता सहित बहन को मौत के घाट उतार दिया।