
Coronavirus Lockdown: भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने समान्य यात्री ट्रेनों में 30 जून तक बुक किए सभी टिकटों को रद्द कर दिया है। हालांकि प्रवासी मजदूरों (Migrant Worker) को उनके घर पहुंचाने के लिए चलाई जा रहीं ‘श्रमिक’ ट्रेनें और नई दिल्ली (New Delhi) तथा प्रमुख स्टेशनों (Railway Station) के बीच चल रही 15 जोड़ी विशेष ट्रेनों (Special Train) का परिचालन जारी रहेगा। जिन यात्रियों ने इस समयावधि में टिकट कराए थे उनको पूरा रिफंड दिया जाएगा।
रेलवे को 1,490 करोड़ रुपये का नुकसान
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो कोरोना के प्रसार को रोकने के एहतियात के तौर पर लॉकडाउन से पहले यानी 21 मार्च से पहले यात्रियों द्वारा बुक कराई गई 94 लाख टिकटों के रद्द होने से भारतीय रेलवे को 1,490 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
कौन से टिकट रद्द हुए हैं?
रेलवे ने उन टिकटों को रद्द किया है जो लॉकडाउन से पहले जून में यात्रा के लिए बुक किए गए थे। रेलवे ने पहले से बुक किए गए टिकटों को रद्द करने और उसके रिफंड संबंधित गाइडलाइन जारी की है। रेलवे ने वह सभी टिकट रद्द कर दिए हैं जो 21 मार्च के बाद बुक कराए गए थे। गाइडलाइन में कहा गया है कि काउंटर पर रिफंड, यात्रा की तारीख से छह महीने तक टिकट जमा करने पर लिया जा सकता है ।यानी अब छह माह तक ट्रेन का टिकट रद्द कराया जा सकेगा।
सभी यात्रियों के डेस्टिनेशन का पता लेगा रेलवे

रेलवे के नए निर्देशों के मुताबिक IRCTC 13 मई से ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले सभी यात्रियों के गंतव्य स्टेशन का पता लेना शुरू कर दिया है। रेलवे का कहना है कि इससे बाद में आवश्यकता पड़ने पर उनका पता लगाने में मदद मिलेगी।
बुधवार को रेलवे ने क्या की थी घोषणा
बुधवार को रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों में 22 मई से वेटिंग टिकट की शुरुआत करने की घोषणा की थी। रेलवे बोर्ड ने बुधवार को न केवल अपनी वर्तमान विशेष ट्रेनों, बल्कि आगामी सभी ट्रेनों में यात्रा के लिए 22 मई से प्रतीक्षा सूची का प्रावधान शुरू करने संबंधी आदेश जारी किया था। गौरतलब है कि फिलहाल विशेष ट्रेनों में केवल कंफर्म टिकट ही बुक किए जा रहे हैं। वहीं 22 मई से शुरू हो रही यात्राओं के लिए 15 मई से टिकटों की बुकिंग में वेटिंग टिकट भी बुक कराने का प्रावधान होगा। अब 1 AC में 20, एग्जीक्यूटिव क्लास में 20, 2AC में 50, 3AC में 100, AC चेयर कार में 100 और स्लिपर में 200 तक वेटिंग टिकट काटे जाएंगे।