
ताजा सूचना के मुताबिक अंफान चक्रवात पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश देश के तटीय क्षेत्र को पार चुका है। मौसम विभाग के बुलेटिन के मुताबिक ये चक्रवात 21 मई के शुरुआती घंटों में बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल सीमा पार कर लेगा। इस तूफान ने बंगाल और उडिसा में काफी तबाही मचाई है। अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं विभिन्न जिलों को भी काफी क्षति हुई है। कम से कम 10 से 12 लोग मारे गए हैं। उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, कोलकाता, पश्चिम मिदनापुर, पूर्वी मिदनापुर, यहां तक कि पुरुली बांकुरा जैसे जिले अंफान से प्रभावित हुए हैं। इसने पूरे दक्षिण बंगाल को प्रभावित किया है। ममता बनर्जी ने नबन्ना (राज्य सचिवालय) में कंट्रोल रूम से मीडिया से बात करते हुए कहा कि नुकसान का आकलन करने में तीन से चार दिन लगेंगे।
ममता ने कहा कि एक तरफ हम कोविड-19 जैसी महामारी से जूझ रहे हैं, दूसरी तरफ लाखों प्रवासी वापस आ रहे हैं। मुझे लगता है कि यह कोविड-19 की तुलना में एक बड़ी आपदा है। ममता ने केंद्र सरकार से अनुरोध करते हुए कहा कि वे कृपया राजनीति को भूल जाओ और हमारे साथ काम करें और लोगों को बचाएं।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इसके केंद्र में 160-170 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलनी शुरू हुईं थीं। जो 190 किमी प्रति घंटे तक गया।
चक्रवात के प्रभावन को देखते हुए कोलकाता एयरपोर्ट को 21 मई शाम पांच बजे तक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। वहीं इस तूफान के चलते नुकसान की आशंका को देखते हुए निजी विमान कम्पनी स्पाइस जेट ने अपने तीन एटीआर विमानों को कोलकाता से बनारस लाया है।
अधिकारियों का कहना है कि जब तक कोलकाता में मौसम ठीक नहीं हो जाता यह तीनों विमान यहीं खड़े रहेंगे। तूफान से बंगाल में काफी तबाही मचाने जाने की संभावना जताई जा रही है।