
मुंबईः फिल्मकार आदित्य चोपड़ा ने कोविड-19 संकट के बीच हिंदी फिल्म उद्योग के दैनिक वेतन भोगियों और उनके परिवारों की सहायता करने के लिए ‘साथी कार्ड’ पहल की शनिवार को शुरुआत की।
साथी कार्ड को ‘सार्वभौमिक बुनियादी सहायता’ जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना प्राप्त नीति सिद्धांतों की तर्ज पर तैयार किया गया है। चोपड़ा की तरफ से प्रेस के लिए जारी एक बयान में कहा गया कि इस पहल के तहत, फिल्मकार के ‘द यश चोपड़ा फाउंडेशन’ द्वारा कामगारों को स्वास्थ्य बीमा, स्कूल फी भत्ता, राशन का सामान, वार्षिक स्वास्थ्य जांच समेत अन्य लाभ उपलब्ध कराए जाएंगे।
साथी कार्ड के लिए कैसे करें आवेदन?
कोई भी व्यक्ति, जो मुंबई में हिंदी फ़िल्म फेडरेशन का रजिस्टर्ड मेंबर है, जिसकी उम्र 35 साल या उससे ज्यादा है और सीधे तौर पर परिवार का कम-से-कम एक सदस्य उस पर आश्रित है, वे www.yashchoprafoundation.org पर ‘साथी कार्ड’ के लिए आवेदन कर सकता है।
साथी कार्ड में मिलेंगी ये सुविधाएंः कार्डधारक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए इस कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिसमें 2 लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस, मुफ़्त में सालाना हेल्थ चेक-अप के साथ-साथ दवाइयों और इलाज के बिलों पर मिलने वाली छूट भी शामिल है। रजिस्टर्ड मेंबर अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में मदद के लिए भी इस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि वाईआरएफ स्कूल फीस, स्टेशनरी और बच्चों के यूनिफार्म के लिए भी अलाउन्स प्रदान कर रहा है। वे राशन के सामानों की खरीद के लिए भी इस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं।
पिछले साल से ही जानलेवा कोरोनावायरस महामारी के चलते एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री संकट के दौर से गुजर रही है, और दैनिक वेतन पाने वाले कर्मचारियों पर इसका काफी बुरा असर हुआ है। हाल ही में, भारत के सबसे बड़े प्रोडक्शन हाउस, यश राज फिल्म्स ने इस इंडस्ट्री में महामारी से प्रभावित दैनिक वेतन पाने वाले हजारों लोगों को न्यूनतम बुनियादी सहायता उपलब्ध कराने के लिए ‘यश चोपड़ा साथी इनिशिएटिव’ की शुरुआत की, तथा इंडस्ट्री में काम करने वाली महिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों की मदद के लिए सीधे कर 5000 रुपये का ट्रांसफर शुरू किया।
आदित्य चोपड़ा के निर्माण बैनर ‘यश राज फिल्म्स’ (वाईआरएफ) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अक्षय विधानी ने कहा कि साथी कार्ड पहल उन लोगों की मदद करने का उनका तरीका है जो फिल्म जगत की रीढ़ हैं। विधानी ने कहा, यश राज फिल्म्स में, हम न सिर्फ प्रतिक्रिया के रूप में दान करने के बारे में सोचते हैं बल्कि यह हमारे लाभार्थियों के जीवन में स्थायी प्रभाव लाने के लिए एक अधिक रणनीतिक विचार प्रक्रिया और कार्य योजना है। उन्होंने कहा, आने वाले समय में, हम अपने समुदाय के इन्हीं हिस्सों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इस सहायता के दायरे का विस्तार करेंगे।